हिमवंती मीडिया/शिमला
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने चंडीगढ़ स्थित जेडब्ल्यू मैरियट में समिट इंडिया और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित ‘अथर्व भारत-2025’ राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा, शासन और सामाजिक विकास से जुड़े हुए लोग जब एकजुट हो जाते हैं तो राष्ट्र मजबूती और दूरदर्शिता के साथ समृद्धि के पथ पर आगे बढ़ता है। इस तरह के पुरस्कार न केवल सम्मान प्रदान करते हैं बल्कि याद दिलाते हैं कि एक दृढ़ संकल्पित व्यक्ति लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित कर सकता है। इस प्रकार के आयोजन महत्वपूर्ण हैं और इनमें योग्यता और जिम्मेदारी को सम्मानित किया जाता है। राज्यपाल ने कहा कि अथर्व भारत पुरस्कारों ने भारत की सदियों पुरानी सांस्कृतिक विरासत को सम्मान और मान्यता दिलाने के साथ-साथ नेतृत्व गुणों और तकनीकी नवाचारों की पहचान करने और उन्हें बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार हमारी समृद्ध परंपराओं के शाश्वत ज्ञान और आधुनिक युग की प्रगति के बीच एक सेतु का कार्य करते हैं। इनसेे उत्कृष्टता, रचनात्मकता और राष्ट्रीय गौरव की भावना को बढ़ावा मिलता है। इस अवसर पर मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) जगजीत सिंह नंदा (एसएम), आईपीएस (सेवानिवृत्त) आरके पचनंदा, शिक्षाविद् मनु राज मल्होत्रा और सादगी मल्होत्रा, आईटी विशेषज्ञ डॉ. कीर्ति ढींगरा, सामाजिक कार्यकर्ता सिम्पी गर्ग, मुख्य अभियंता (सेवानिवृत्त) रजत भट्टाचार्य, राष्ट्रीय विद्वान कुंडल लाल जुनेजा सहित 45 अन्य विशिष्ट लोगों को पुरस्कार प्रदान किए गए। न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई), शिक्षा मंत्रालय के मुख्य समन्वय अधिकारी डॉ. बुद्ध चंद्रशेखर, समिट इंडिया के अध्यक्ष श्याम जाजू, महासचिव महेश वर्मा सहित कई गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।
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