हिमवंती मीडिया/कालाआंब
हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ फामेसी, कालाअंब में जन्मजात हृदय दोष (Congenital Heart Defects – CHD) पर एक हिशेष जागरूकता काययक्रम का आयोजन हकया गया। इस काययक्रम का मुख्य उद्देश्य हृदय रोगों, उनके कारणों, लक्षणोंऔर रोकथाम के उपायोंके बारेमेंजागरूक करना था। इस पर हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ फामेसी, कालाअंब केप्राचाययडॉ. आर.बी. शमायनेछात्ों को संबोहित हकया और हृदय रोगो ंएवंजन्मजात हृदय दोषो ंकी हिस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि जन्मजात हृदय दोष िेहृदय संबंिी समस्याएँिोती िैं, जो जन्म सेिी मौजूद िोती िैंऔर समय पर सिी हनदान और उपचार सेइन्ेंहनयंहत्त हकया जा सकता िै। उन्ोंनेछात्ोंको स्वस्थ जीवनशैली, संतुहलत आिार और हनयहमत व्यायाम अपनानेकी सलाि दी, हजससेहृदय रोगोंसेबचा जा सके।
काययक्रम के दौरान वाद-हववाद (हडक्लेमेशन) प्रहतयोहगता का भी आयोजन हकया गया, हजसमेंछात्ोंने बढ़-चढ़कर भाग हलया और अपनेहिचार प्रस्तुत हकए। इस प्रहतयोहगता मेंयश नेप्रथम स्थान और गररमा गुप्ता नेहितीय स्थान प्राप्त हकया। हिजेताओंऔर प्रहतभाहगयोंको प्रमाण पत्र देकर सम्माहनत हकया गया। संस्थान के प्राचाययडॉ. आर.बी. शमायऔर अन्य संकाय सदस्योंनेइस आयोजन की सरािना करतेहुए किा हक ऐसेकाययक्रम छात्ोंको न के अकादहमक रूप सेबस्टि सामाहजक और स्वास्थ्यजागरूकता के दृहिकोण सेभी मजबूत बनातेिैं। काययक्रम का समापन िन्यिाद ज्ञापन के साथ हुआ, हजसमेंआयोजकों, प्रहतभाहगयोंऔर अहतहथयोंका आभार व्यक्त हकया गया।
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