केंद्रीय विश्वविद्यालय और डा. हरी सिंह गौर विश्वविद्यालय के बीच शुरु होंगे ज्वाइंट सर्टिफिकेट डिप्लोमा कोर्सस

हिमवंती मीडिया/शिमला

हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय और डा. हरी सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर जल्द ही सहयोगात्मक और संयुक्त कार्यक्रमों के साथ इंटर्नशिप, शोध प्रबंध और अनुभवात्मक शिक्षा के लिए छात्र विनिमय कार्यक्रम शुरू करने जा रहे हैं। इसी संबंध में दोनों विश्वविद्यालयों ने विचार-विमर्श करके इस बारे में जल्द से जल्द आगामी कदम उठाने का फैसला लिया है। गौरतलब है कि इस तरह से विभिन्न विषयों पर संयुक्त कार्यक्रमों के साथ इंटर्नशिप, शोध प्रबंध और अनुभवात्मक शिक्षा के लिए छात्र विनिमय कार्यक्रमों को शुरू करने वाले दोनों संस्थान देश के पहले संस्थान हैं। इसमें सहयोगात्मक और संयुक्त कार्यक्रमों में भाग लेने वाले विभागों में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय से भारतीय ज्ञान प्रणाली, बायोइनफॉरमैटिक्स, श्रम अध्ययन, योग और कल्याण और पर्यावरण जागरूकता विषय पर शुरू होने वाले ज्वाइंट सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्सस में भारतीय ज्ञान प्रणाली में डा. हरी सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर से वैदिक अध्ययन विभाग, बायोइनफॉरमैटिक्स विषय पर केंद्रीय विश्वविद्यालय से कम्प्यूटेशनल जीव विज्ञान और जैव सूचना विज्ञान केंद्र व डा. हरी सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर से माइक्रोबायोलॉजी, जूलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, वनस्पति विज्ञान विभाग, श्रम अध्ययन विषय पर केंद्रीय विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र विभाग और डा. हरी सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर से भी अर्थशास्त्र विभाग, योग और कल्याण विषय पर केंद्रीय विश्वविद्यालय से योग अध्ययन केंद्र और हरी सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर से योग शिक्षा विभाग, पर्यावरण जागरूकता विषय पर दोनों विश्वविद्यालयों से पर्यावरण विज्ञान विभाग की सहभागिता रहेगी।

वहीं इंटर्नशिप, शोध प्रबंध और अनुभवात्मक शिक्षा के लिए छात्र विनिमय कार्यक्रमों में भी दोनों संस्थानों के विभिन्न विभाग अपनी सहभागिता निभाएंगे। इसमें हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय से पादप विज्ञान विभाग और डा. हरी सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर से वनस्पति विज्ञान विभाग, केंद्रीय विश्वविद्यालय से पशु विज्ञान विभाग और डा. हरी सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर से जूलाजी डिपार्टमेंट, दोनों संस्थानों के अर्थशास्त्र विभाग, केंद्रीय विश्वविद्यालय से कम्प्यूटेशनल जीवविज्ञान और जैव सूचना विज्ञान केंद्र और डा. हरी सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर से माइक्रोबायोलॉजी विभाग और जैव प्रौद्योगिकी विभाग, केंद्रीय विश्वविद्यालय से दृश्य कला विभाग और डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय से ललित कला एवं प्रदर्शन कला विभाग इसमें अपनी सहभागिता निभाएंगे। केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने इस पहल को नई पहले बताते हुए कहा कि दोनों संस्थान विद्यार्थियों को बेहतर से बेहतर शिक्षा मुहैया करवाने के लिए प्रयासरत हैं। पहली बार इस तरह से ज्वाइंट डिग्री, डिप्लोमा कोर्स शुरू होना एक उपलब्धि है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

GIPHY App Key not set. Please check settings

Back to Top

Ad Blocker Detected!

Refresh

Add to Collection

No Collections

Here you'll find all collections you've created before.

Hey Friend! Before You Go…

Get the best viral stories straight into your inbox before everyone else!

Don't worry, we don't spam

Close
Close