हिमवंती मीडिया/पांवटा साहिब
हिल व्यू पब्लिक स्कूल माजरा में बसंत पंचमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्य क्रम की मां सरस्वती की वंदना “हे शारदे मां” के साथ शुरुआत हुई। इस अवसर पर कक्षा पांचवी की छात्राओं सिया और प्रियांशी तथा कक्षा आठवीं की छात्रा भूमिका ने बसंत पंचमी का महत्व बताते हुए अपने विचार प्रस्तुत किए। विद्यालय की अध्यापिका निधि ने भी छात्रों को बसंत पंचमी के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि बसंत पंचमी भारत में प्रत्येक वर्ष माघ मास की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। यह पर्व ज्ञान, संगीत, कला और शिक्षा की देवी मां सरस्वती को समर्पित होता है। इस दिन विद्या आरंभ, पुस्तक पूजन और शिक्षा से जुड़ी गतिविधियों को शुभ माना जाता है। बसंत ऋतु के आगमन का यह पर्व पीले रंग के वस्त्र धारण करने, पतंग उड़ाने और विशेष पूजा-अर्चना करने की परंपरा के लिए भी जाना जाता है।
विद्यालय की उप प्रधानाचार्या रीता शर्मा ने विद्यार्थियों को बताया कि बसंत पंचमी को उत्तरायण पर्व भी कहा जाता है, क्योंकि इस समय सूर्य मकर राशि से कुंभ राशि की ओर बढ़ता है और उत्तर दिशा की ओर गति करता है। यह परिवर्तन सूर्य के उत्तरायण होने का प्रतीक है, जो आध्यात्मिक रूप से शुभ माना जाता है। उत्तरायण काल को देवताओं का दिन कहा जाता है, और इस दौरान किए गए धार्मिक कार्यों का विशेष महत्व होता है। बसंत पंचमी इसी उत्तरायण अवधि के शुभ प्रभाव के कारण विद्या और ज्ञान की देवी मां सरस्वती की उपासना के लिए उत्तम मानी जाती है। विद्यालय की प्रधानाचार्या आशु शर्मा ने सभी विद्यार्थियों को बसंत पंचमी की शुभकामनाएं दीं। विद्यालय की निर्देशिका पूनम गोयल ने मां सरस्वती का आह्वान करते हुए छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। विद्यालय प्रांगण में बसंत पंचमी का यह आयोजन विद्यार्थियों में आध्यात्मिकता, विद्या के प्रति श्रद्धा और भारतीय संस्कृति के प्रति सम्मान की भावना विकसित करने का माध्यम बना। कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों ने मां सरस्वती से ज्ञान, बुद्धि और सफलता की कामना की।
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