हिमवंती मीडिया/शिमला
विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग 2025 के लिए हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय को हिमाचल प्रदेश राज्य की नोडल एजेंसी के रूप में नामित किया गया है। इस संदर्भ में, चरण 3 के तहत राज्यभर से प्राप्त पीपीटी प्रविष्टियों का व्यक्तिगत प्रस्तुतीकरण निरीक्षण/मूल्यांकन धौलाधार परिसर-। और परिसर-॥ में किया गया और विद्यार्थियों का चयन किया गया। इससे पहले पूरे हिमाचल के 10 जिलों से चयनित प्रतिभागियों ने केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल से मुलाकात की और उन्हें अपने-अपने विषयों के बारे में बताया।कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने कहा कि विकसित भारत 2047 के अनुरूप कई कार्यक्रम हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय ने आयोजित किए हैं। इसी कड़ी में शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार और युवा मंत्रालय मिल करके विकसित भारत युवा नेतृत्व संवाद 2025 पीपीटी व्यक्तिगत प्रस्तुतीकरण का केंद्रीय विवि में आयोजन हुआ। इसके दो चरण पहले हो चुके हैं। पहले युवाओं से कुछ प्रविष्टियाँ आमंत्रित की गई थीं। इसमें स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने भाग लिया। वहाँ से छात्र अब आगे के चरण को पार करके चरण तीन में पहुंचे हैं। इसके लिए हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय को पूरे राज्य की नोडल एजेंसी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि लगभग 119 रजिस्ट्रेशन प्रतिभागियों की आई हैं। उसके तहत हमारे 12 जिलों में से 10 जिलों के विद्यार्थी रिप्रजेंटेशन के लिए धर्मशाला में आए हैं और आज हमने यहाँ 20 ज्यूरी मेंबर्स सेलेक्ट किए हैं। 10 विषय चयनित किए गए हैं, जिनमें बच्चे अपनी प्रतिभा दिखाएंगे और उनमें जो बच्चे यहाँ से सेलेक्ट होंगे वह दिल्ली जाएंगे, जिसकी हमारा हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय व्यवस्था कर रहा है। संकाय सदस्य मौजूद रहे।
इसके बाद विभिन्न जिलों से आए विद्यार्थियों का धौलाधार परिसर एक में स्वागत किया गया। इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रो. प्रदीप कुमार रहे। उन्होंने विद्यार्थियों को बधाई दी और अगले चरण के लिए शुभकामनाएं दीं। गौरतलब है कि विश्वविद्यालय चरण 3 के तहत राज्यभर से प्राप्त पीपीटी प्रविष्टियों का व्यक्तिगत प्रस्तुतीकरण निरीक्षण/मूल्यांकन धौलाधार परिसर-। और परिसर-॥ में किया गया। प्रो. संदीप कुलश्रेष्ठ समन्वयक और सह समन्वयक प्रो. सूर्य रश्मि रावत ने बताया कि सीयू के पास लगभग 110 विद्यार्थियों की प्रविष्टियां आईं थीं, जिनमें से 30 से 40 विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। विद्यार्थियों की आयु सीमा 18 से 28 वर्ष के बीच की है। इस दौरान प्रदेश भर से विद्यार्थी विकसित भारत के लिए तकनीक, विकास भी, विरासत भी, विकसित भारत के लिए युवाओं को सशक्त बनाना, कृषि में उत्पादकता बढ़ाना, भारत को विश्व की स्टार्टअप राजधानी बनाना, भारत को एक स्पोर्टिंग और फिट राष्ट्र बनाना, भारत को वैश्विक विनिर्माण पावरहाउस बनाना भारत को ऊर्जा कुशल बनाना, भविष्य के लिए बुनियादी ढांचे का निर्माण, महिलाओं को सशक्त बनाना और सामाजिक संकेतकों में सुधार करना विषयों पर व्यक्तिगत प्रस्तुतीकरण दिया।
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