हिमवंती मीडिया/नाहन

केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के दिशानिर्देशों से अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल नाहन में सीखने के परिणामों और शिक्षण विधियों पर एक व्यापक क्षमता संवर्धन कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। जिसमें पांवटा साहिब और यमुनानगर के विभिन्न विद्यालयों के 60 शिक्षकों ने भाग लिया। कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षण पद्धतियों और व्यावसायिक विकास को बढ़ाना शिक्षकों को कक्षा में सीखने और परिणामों को बेहतर बनाने के लिए नवीन रणनीतियों से लैस करना था। कार्यशाला का नेतृत्व रिसोर्स पर्सन प्रवीण कुमार और डॉ. सीमा सिंह ने किया। उन्होंने नई शिक्षा नीति 2020 में उल्लिखित प्रभावी शिक्षण विधि कक्षा प्रबंधन और सीखने के परिणामों पर अपनी विशेषज्ञता साझा की। संवादात्मक चर्चाओं और व्यावहारिक गतिविधियों के माध्यम से शिक्षकों ने शिक्षण प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए आधुनिक शैक्षिक विधियों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
कार्यशाला के विषय अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल नाहन के निदेशक-प्रधानाचार्य दविंदर के साहनी जो स्वयं सीबीएसई के रिसोर्स पर्सन और जिला सिरमौर के सीबीएसई जिला कोऑर्डिनेटर हैं उन्होंने ने प्रतिष्ठित प्रशिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त किया और शिक्षकों के लिए निरंतर सीखने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा,”इस तरह के कार्यक्रम शिक्षण दृष्टिकोण को परिष्कृत करने और छात्रों के लिए बेहतर सीखने के परिणाम सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण हैं। प्रबंधन शिक्षकों के पोषण और संवारने पर भारी निवेश करता है। कार्यशाला में भाग लेने वाले शिक्षकों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि कार्यशाला ने उनकी कक्षाओं में लागू करने के लिए दूरदृष्टि और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किए। कार्यक्रम का समापन एक सम्मान समारोह के साथ हुआ, जिसमें रिसोर्स पर्सन और प्रतिभागियों के योगदान को स्वीकार किया गया। यह क्षमता निर्माण कार्यक्रम क्षेत्र में पेशेवर विकास और शैक्षणिक उत्कृष्टता की संस्कृति को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण कदम है, यह सुनिश्चित करता है कि शिक्षक विकासशील शिक्षण पद्धतियों में सबसे आगे रहें।
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