हिमवंती मीडिया/बद्दी(कविता गौतम)

आईआरजी एनजीओ ने शहीद भगत सिंह के शहीदी दिवस के अवसर पर बिल्लांवाली गांव में “नेवर क्विट” विषय पर एक प्रेरणादायक सत्र का आयोजन किया। इस सत्र का उद्देश्य युवाओं को शहीद भगत सिंह के अदम्य साहस, निडरता और देशभक्ति से प्रेरित करते हुए जीवन में आने वाली चुनौतियों का डटकर सामना करने के लिए प्रोत्साहित करना था।
आज का युवा कई बार जीवन की कठिनाइयों और असफलताओं से घबराकर नशे जैसी बुरी आदतों की ओर आकर्षित हो जाता है। आत्मविश्वास की कमी, सामाजिक दबाव और मानसिक तनाव उन्हें गलत राह पर ले जाता है। ऐसे में “नेवर क्विट” सत्र के माध्यम से युवाओं को यह संदेश दिया गया कि हर चुनौती के सामने डटे रहना ही असली हिम्मत है।
सत्र के दौरान वक्ताओं ने भगत सिंह के विचारों और उनके बलिदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस तरह भगत सिंह ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, लेकिन कभी भी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। उनकी कभी हार न मानने” की भावना को आत्मसात करना आज के युवाओं के लिए अत्यंत आवश्यक है।
इस सत्र को डॉ. अंजलि गोयल और दिनेश कुमार ने संचालित किया। उन्होंने युवाओं से खुलकर संवाद किया और नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया। जीवन में आने वाली असफलताओं को सीख और अनुभव के रूप में देखने की प्रेरणा दी गई। साथ ही मानसिक स्वास्थ्य, आत्म-संयम और लक्ष्य निर्धारित करने के महत्व पर भी चर्चा की गई।
इस अवसर पर आईआरजी एनजीओ की टीम ने प्रोग्राम मैनेजर बलजिंदर सिंह के नेतृत्व में युवाओं को प्रोत्साहित किया और उनसे अपील की कि वे अपनी ऊर्जा को सकारात्मक कार्यों में लगाएं। सत्र में स्थानीय युवाओं, छात्रों और विभिन्न समुदायों के सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम में युवाओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह सत्र उनके भीतर एक नई ऊर्जा और आत्मविश्वास भर गया है। आयोजकों ने इस तरह के जागरूकता सत्रों को निरंतर जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई, जिससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सके।अगर आज हम भगत सिंह के आदर्शों को अपनाएं और नशे जैसी बुरी आदतों से दूर रहें, तो यही उनके बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”
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