हिमवंती मीडिया/शिमला
हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे क्षयरोग उन्मूलन के एक सौ दिवसीय कार्यक्रम बारे मंगलवार को सिविल अस्पताल जुन्गा में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में पीएचसी ट्रहाई के चिकित्सा प्रभारी डॉ0 ईशान, सीएचओ के अतिरिक्त विभिन्न केंद्रों की आशावर्करज ने भाग लिया। अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ0 मनोज वर्मा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बताया कि सिविल अस्पताल जुन्गा के तहत आने वाले क्षेत्रों से 600 से अधिक बलगम और थूक के नमूने एकत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिए फील्ड में आशावर्करज और विभागीय स्टॉफ को भेजा जा रहा है जोकि घर घर जाकर बलगम और थूक के नमूने एकत्रित करेगें। उन्होने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा बीते सात दिसंबर को एक सौ दिन का क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम आरंभ किया गया है। जिसके तहत लोगों को क्षयरोग के लक्षण और इस रोग के उन्मूलन के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम बारे जागरूक किया जा जा रहा है।
उन्होने बताया कि दूरदराज क्षेत्र में विभाग द्वारा छाती की जांच के लिए एक्सरे मशीन को फील्ड में ले जाया जाएगा। डॉ0 मनोज वर्मा ने बताया कि जिस व्यक्ति को दो हफ्ते से ज्यादा खांसी , बुखार हो अथवा वजन घट रहा हो, बलगम में खून आना, पसीने आना इत्यादि लक्षण पाए जाने पर ऐसे व्यक्ति को अपने निकटतम स्वास्थ्य संस्थान में जांच करवानी अनिवार्य है । उन्होने बताया जुन्गा में टीबी रोग के लक्षणों की जांच के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध है। उन्होने बताया कि अस्पताल में बलगम व रक्त की जांच के अलावा छाती के एक्सरे इत्यादि भी किए जा रहे हैं। डॉ0 मनोज ने बताया कि क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के अतिरिक्त फील्ड में एनसीडी कार्यक्रम के तहत लोगों के ब्लडप्रैशर, शूगर और रक्त अर्थात एनीमिया की जांच की जाएगी।
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