हिमवंती मीडिया/शिमला
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की सेवा, सुशासन, जन कल्याण शासन के 11 साल पूरे होने के उपलक्ष में विकसित भारत संकल्प सभा का कार्यक्रम ग्रामीण मंडल के चलहोग में आयोजित किया गया, इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सुरेश कश्यप मौजूद रहे। जिसमें केंद्र सरकार के 11 वर्षों की सहमति और जनकल्याणकारी योजनाओं को सभी के साथ साझा किया गया। कश्यप ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 11 वर्षों में देश में कल्याण कल्याण सेवा, सुशासन और गरीबों के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धियां उपलब्ध हैं। हर वर्ग, हर क्षेत्र और हर व्यक्ति के जीवन को बेहतर बनाने के लिए भाजपा सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। हिमाचल प्रदेश को भी अन्यों की मंजूरी के तहत बहुत बड़ा फायदा हुआ है, हमें आयुष्मान भारत को नहीं भूलना चाहिए जिसने स्वास्थ्य की दृष्टि से पूरे देश और प्रदेश की जनता की तकदीर बदल दी। अब आयुष्मान भारत के माध्यम से 70 साल से अधिक आयु वाले वृद्ध नागरिकों को भी सेवा मिलेगी, जिसके तहत उन्हें 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य लाभ मिलेगा, आप सभी को याद होगा कि पूर्व भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने हिम केयर योजना की शुरुआत की थी, वर्तमान में कांग्रेस ने इसे शामिल करके रखा था। इस कांग्रेस सरकार को हिमाचल प्रदेश की जनता की विकास पचती नहीं है, जो जनकल्याणकारी दल भाजपा में शामिल है, उसका काम केवल हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार करती है।
हिम केयर योजना 1 जनवरी, 2019 से लागू की गई थी, और इसमें उन परिवारों को शामिल किया गया है जो आयुष्मान भारत योजना के तहत शामिल नहीं हैं। 2021 तक, 4.62 लाख परिवार इस योजना के तहत पंजीकृत थे, और 1.25 लाख करोड़ रुपये की शेष राशि का लाभ उठाया गया था। 2022 तक, लगभग 5.40 लाख लोग हिम केयर योजना से जुड़े थे। 2020 तक के आंकड़ों के अनुसार, 96,382 लोगों ने इस योजना के तहत नकद सहायता प्राप्त कर ली थी, जिसके लिए 85.36 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। आज इस योजना के तहत हिमाचल प्रदेश सरकार को 400 करोड़ रुपये दिए जाते हैं।
केंद्र ने हिमाचल प्रदेश को सब कुछ दिया है, आपदा में 3500 करोड़ से अधिक की राशि, 1 लाख करोड़ रुपये के राष्ट्रीय राजमार्ग और फोर लेन, 100000 से अधिक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर, 100% हर घर जल योजना, स्टार्टअप इंडिया, जन धन खाता, किसान सम्मान निधि और कई अन्य कंपनियां शामिल हैं, जिससे हिमाचल प्रदेश का प्रति व्यक्ति लाभ हुआ है। हिमाचल की जनता ने कांग्रेस से आग्रह किया है कि अगर केंद्र सरकार पिछले 11 साल की तुलना में राजशाही काल की तुलना करती है तो कांग्रेस का शासन काल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल के आगे टिक नहीं सकता है।