हिमवंती मीडिया/कालाआम्ब
हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ने 27 अगस्त, 2025 को "संवैधानिक अधिकार: हमारे लोकतंत्र की नींव" विषय पर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों, संकाय सदस्यों और स्थानीय समुदाय के बीच भारत के संविधान में निहित मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। कार्यक्रम की शुरुआत संस्थान के निदेशक गुरविंदर सिंह के स्वागत भाषण से हुई, जिन्होंने कहा, "संविधान केवल एक कानूनी दस्तावेज नहीं है, बल्कि यह हमारे देश की आत्मा है। इसके मूल्यों और सिद्धांतों को समझना हर नागरिक के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रसिद्ध कानूनी विशेषज्ञ/संवैधानिक विद्वान अश्विनी लाम्बा] मौजूद रहे।
उन्होंने संवैधानिक अधिकारों, जैसे समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के विरुद्ध अधिकार, और धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ये अधिकार किस प्रकार प्रत्येक भारतीय नागरिक को गरिमापूर्ण जीवन जीने का अवसर प्रदान करते हैं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने मौलिक कर्तव्यों के महत्व पर भी जोर दिया और कहा कि अधिकार और कर्तव्य एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। इस अवसर पर एक प्रश्न-उत्तर सत्र का भी आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों और उपस्थित लोगों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान एक लघु नाटिका का भी मंचन किया गया, जिसमें सरल और मनोरंजक तरीके से संवैधानिक अधिकारों को समझाया गया। संस्थान के छात्र कल्याण विभाग के प्रमुख [आयोजक का नाम] ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि संस्थान भविष्य में भी इस तरह के ज्ञानवर्धक कार्यक्रमों का आयोजन करता रहेगा।
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