मानसून 2025 की तैयारियों को लेकर मंडी में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक संपन

हिमवंती मीडिया/मंडी
दक्षिण-पश्चिम मानसून 2025 की संभावित परिस्थितियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए जिला मंडी में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए ) की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त मंडी एवं प्राधिकरण के अध्यक्ष  अपूर्व देवगन ने की। बैठक में विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, उपमंडल अधिकारी, पुलिस, स्वास्थ्य, जल शक्ति, लोक निर्माण, नगर निकाय, विद्युत बोर्ड, शिक्षा विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण  तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक का उद्देश्य मानसून से पूर्व सभी विभागों की तैयारियों की समीक्षा करना तथा संभावित आपात स्थिति से प्रभावी एवं समयबद्ध तरीके से निपटने की योजना बनाना था। उपायुक्त ने सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए ताकि संभावित आपदा की स्थिति में शीघ्र, समुचित एवं समन्वित प्रतिक्रिया दी जा सके। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क और तैयार है। उपायुक्त ने बताया कि मानसून के दौरान जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु अर्ली वार्निंग सिस्टम को सुदृढ़ किया जाएगा। साथ ही बिजली, पानी एवं सड़कों की स्थिति की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से समय पर जनता तक पहुंचाई जाएगी। उन्होंने रेड अलर्ट और ऑरेंज अलर्ट की स्थिति में विशेष सावधानी बरतने तथा मशीनरी और मानव बल की तैनाती पहले से करने के निर्देश दिए। बैठक में एनएचएआई और लोक निर्माण विभाग को एनएच-21 कीरतपुर-मनाली, एनएच-70 हमीरपुर-मंडी, एनएच-154 सहित अन्य मुख्य सड़कों को मानसून के दौरान 24 घंटे खुला रखने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समय रहते पूरी करने को कहा गया।

लोक निर्माण विभाग और एनएचएआई को सड़कों की नालियों और डंपिंग साइट्स की सफाई मानसून से पहले पूर्ण करने के निर्देश दिए गए ताकि जलभराव की समस्या उत्पन्न न हो। पंडोह और लारजी डैम के अधिकारियों को मानसून से पूर्व जलाशयों में जमा गाद की सफाई करने और बादल फटने की स्थिति में पानी को कुछ समय के लिए रोककर नीचे रहने वाले लोगों को सतर्क करने के निर्देश दिए गए। पिछले अनुभवों के आधार पर संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर वहां आवश्यक संसाधनों एवं मशीनरी की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी। सभी उपमंडल अधिकारियों को ऐसे क्षेत्रों की सूची शीघ्र तैयार कर साझा करने को कहा गया। जिले के सभी उपमंडलों में नियंत्रण कक्ष 1 जुलाई से 24 घंटे कार्यशील रहेंगे ताकि किसी भी आपात स्थिति में शीघ्रता से कार्रवाई की जा सके। स्वास्थ्य, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभागों को निर्देश दिए गए कि 15 जून से पहले संवेदनशील क्षेत्रों में जीवन रक्षक दवाइयों, खाद्यान्न और ईंधन का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करें। शिक्षा विभाग को मानसून के दौरान विद्यार्थियों की सुरक्षा हेतु सभी जरूरी कदम उठाने और असुरक्षित भवनों में कक्षाएं न लगाने के निर्देश दिए गए। जनता को मानसून के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के प्रति जागरूक करने हेतु क्या करें और क्या न करें विषय पर जन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।

 

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