हिमवंती मीडिया/शिमला

विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत जुन्गा और भड़ेच में शिविरों का आयोजन किया गया । इन शिविरों में सीपीआई के वैज्ञानिकों ने किसानों को कृषि की नवीनतम तकनीकों बारे जानकारी और उनकी समस्याओं का मौके पर समाधान किया गया । कृषि एसएमएस डाॅ. सुनील ठाकुर ने बताया कि भारत सरकार द्वारा आरंभ किए गए विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत पूरे देश के सात सौ जिलों में डेढ करोड़ किसानों के साथ कृषि व बागवानी विशेषज्ञों द्वारा फील्ड में जाकर सीधा संवाद किया जाएगा । जिसके लिए 2170 टीमें गठित की गई है । इसी प्रकार के शिविर मशोबरा ब्लाॅक के विभिन्न गांवों में आयोजित किए जाएंगे। उन्होने बताया कि इन शिविरों में सीपीआरआई के वैज्ञानिक डाॅ. कैलाश, डाॅ. विकास मंगल, डाॅ. तनुजा, और बागवानी विशेषज्ञ डाॅ.शरद गुप्ता ने किसानों को कृषि और बागवानी संबधी जानकारी दी गई ।

डाॅ. सुनील ने बताया कि इन शिविरों में सीपीआरआई के वैज्ञानिकों ने किसानों को आलू उत्पादन बारे विस्तार से जानकारी दी गई । उन्होने किसानों को जुन्गा क्षेत्र में आलू उत्पादन के लिए उपयुक्त किस्म व रखरखाव बारे जानकारी दी गई । जबकि बागवानी विशेषज्ञ डाॅ.शरद गुप्ता ने किसानों को ड्रिप सिंचाई योजना, पाॅली हाॅउस लगाने के अतिरिक्त किवी और सेब उत्पादन बारे जानकारी दी गई। उन्होने कहा कि मांग के अनुरूप किसानों को फलदार पौधे विभाग द्वारा उपदान पर उपलब्ध करवाए जाएंगे। शिविर में डाॅ.सुनील ठाकुर ने किसानों को मुख्यमंत्री खेत सरंक्षण योजना के तहत 70 प्रतिशत अनुदान तथा मौसम आधारित बीमा योजना के बारे जानकारी दी। उन्होने बताया कि मटर , टमाटर और शिमला मिर्च को सरकार ने बीमा योजना के तहत लाया गया है। इसके अतिरिक्त उन्होने राज्य कृषि यंत्रीकरण बारे जानकारी दी जिसके तहत ट्रैक्टर घास काटने की मशीने और अन्य कृषि उपकरण उपलब्ध करवाए जाते हैं। ग्राम पंचायत जुन्गा से कृषि सखी योगमाया शर्मा ने शिविर के आयोजन के लिए सरकार का आभार व्यक्त किया तथा भविष्य में भी ऐसे शिविरों के आयोजन करने का आग्रह किया। शिविर में कृषि सखी रीना थापा, एलआरपी प्रीति और सुमन के अतिरिक्त जुन्गा व भड़ेच के किसानों ने भाग लिया।