हिमवंती मीडिया/शिमला

हिमाचल किसान सभाए कसुम्पटी एरिया कमेटी की विस्तारित बैठक की गई। बैठक में किसान सभा के राज्य अध्यक्ष डाॅ. कुलदीप सिंह तंवर ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। बैठक में कोटी, बल्देयां, डुम्मी भौंठ जोन के किसानों ने भाग लिया तथा स्थानीय मुद्दों व आम जनता व किसानों को आ रही समस्याओं पर चर्चा की गई। बैठक को संबोधित करते हुए डाॅ.कुलदीप सिंह तंवर ने कहा कि राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर किसानों और मजदूरों के हालत चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के किसान प्राकृतिक आपदाओं और जंगली जानवरों से परेशान है। खेतीहर जमीन का आकार कम होने, फसलों का उचित मूल्य न मिलने, कृषि पर अनुदान के खत्म होने जैसी अनेकों समस्याओं से किसान जूझ रहे हैं। उन्होने कहा कि केंद्रीय सरकार द्वारा 44 श्रम कानूनों को हटाकर 4 लेबर कोड ला रही है जिससे मजदूरों के हकों को समाप्त करने के प्रयास हैं। इकाई के सचिव जयशिव ठाकुर ने कसुम्पटी क्षेत्र की परिस्थितियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस क्षेत्र में शिक्षाए स्वास्थ्य, परिवहन सुविधाओं का अभाव है। स्वास्थ्य संस्थानों में चिकित्सकों की से जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। सचिव ने बताया कि स्कूलों में अध्यापकों की कमी के कारण बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए शहर जाना पड़ रहा है। दूसरी ओर सरकार स्कूलों को बंद कर रही हैं।

बैठक में आए किसानों ने बताया कि फोरलेन का निर्माण कर रही कंपनी अवैध डंपिंग करके किसानों के खेतों और चरागाहों को बर्बाद कर रही है लेकिन न तो प्रशासन और न ही सरकार किसानों की समस्या का समाधान कर रहे हैं। डंपिंग के कारण पानी के स्रोत खत्म हो रहे हैं और जो बचे हैं उनमें भी सीवरेज का पानी मिल रहा है। इकाई के सचिव जयशिव ठाकुर ने कहा कि 9 जुलाई की देशव्यापी आम हड़ताल में किसान मजदूरों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे। वहीं 15 अगस्त के बाद विकासात्मक मुद्दों पर एक अधिवेशन किया जाएगा और 5 अक्तूबर को संगठनात्मक सम्मेलन किया जाएगा।