हिमवंती मीडिया/शिमला
शिमला से जारी बयान में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सुक्खू सरकार अपना आधा से ज्यादा कार्यकाल पूरा कर चुकी है और अभी भी मुख्यमंत्री की तरफ से सिर्फ हवा हवाई बातें हो रही हैं। प्रदेश के युवा रोजगार के लिए आए दिन प्रदर्शन कर रहे हैं और मुख्यमंत्री प्रदेश भर में घूम-घूम कर युवाओं को हजारों- हजार नौकरियां बांटने का दावा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री की बातें कांग्रेस की गारंटियों की तरह पूरी तरह से हवा हवाई हैं। मुख्यमंत्री ने ढ़ाई साल से कर्मचारी चयन आयोग को भंग कर रखा क्योंकि उन्हें किसी को नौकरी देनी ही नहीं थी तो आयोग की क्या आवश्यकता थी। अब प्रदेश में घूम-घूम कर कह रहे हैं कि हमारे पास नौकरियों की कमी नहीं है। अगर सरकार के पास नौकरियां की कमी नहीं है तो प्रदेश के युवाओं को नौकरियां मिल क्यों नहीं रही हैं? उन्हें सड़कों पर आंदोलन करने के लिए मजबूर क्यों होना पड़ रहा है? यह स्थिति इसलिए है क्योंकि सरकार को झूठ बोलने की लत लग गई है और मुख्यमंत्री को लगता है कि झूठ बोलकर वह अपना समय निकाल लेंगे।
जयराम ठाकुर ने कहा कि आए दिन मुख्यमंत्री और उनके मंत्री मंचों से 20 हजार, 30 हजार, 40 हजार नौकरियां देने की बात करते हैं। यह नौकरियां प्रदेश युवाओं को तो मिली नहीं। ऐसे में प्रदेश के लोग मुख्यमंत्री से यह जानना चाहते हैं कि वह नौकरियां कहां पर मिली हैं और किसे मिली हैं? साथ ही मुख्यमंत्री है अभी बताएं कि जो नौकरियां देने का वह दावा कर रहे हैं क्या वह पक्की नौकरियां हैं? क्या वह पेंशन वाली नौकरियां हैं? क्या चुनाव के समय कांग्रेस के नेताओं ने प्रदेश के युवाओं को पक्की और पेंशन वाली नौकरी देने का वादा नहीं किया था? क्या कांग्रेस ने पहली कैबिनेट में ही एक लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने की गारंटी नहीं दी थी? आज वह गारंटी कहां है? प्रदेश के लोग जानना चाहते हैं। सरकार यह जान ले कि मंच से एक ही झूठ बार-बार बोलने से वह सच नहीं हो जाएगा। मुख्यमंत्री के झूठे आंकड़े से प्रदेश में युवाओं को रोजगार नहीं मिल जाएगा। इसलिए सरकार के मुखिया से मेरा आग्रह है कि वह अति विश्वास के साथ झूठ बोलने के बजाय युवाओं को नौकरी देने का काम करें।