हिमवंती मीडिया/शिमला
राष्ट्रीय ग्रामीण मिशन और हिमाचल प्रदेश पशु एवं कृषि सखी संघ के एक सिद्धांत ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुख असामी सिंह सुक्खू से कर, अपनी अलग-अलग जगहों से अलग गांव। मुख्यमंत्री ने अपने सहयोगियों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की सलाह दी। मुख्यमंत्री ने एक संवाद में कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने पर ध्यान दे रही है। सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों को मजबूत बनाने के लिए कई नवाचार पहल की हैं। मुख्य मंत्री ने कहा कि प्राकृतिक खेती की योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रदेश के हिम युग और अन्य उत्पाद अन्य उत्पादों में बहुत लोकप्रिय हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहली बार दूध, प्राकृतिक खेती से लेकर उपज, मक्की और हल्दी तक को न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया गया है। महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार की गई प्लास्टरबोर्ड की बिक्री के लिए ई-कॉमर्स ‘हिम-ईरा’ वेबसाइट शुरू हो गई है। प्राकृतिक खेती कर रहे प्रदेश के एक लाख 58 हजार से अधिक किसानों को प्रमाणित किया गया है। उके ने कहा कि प्राकृतिक तरीके से उगाई गई मक्की का न्यूनतम समर्थन मूल्य 30 रुपये से लेकर 40 रुपये और 40 रुपये से अधिक का मार्जिन 60 रुपये प्रतिकिलो है, जिससे हमारे लाखों किसानों को आर्थिक लाभ मिल रहा है। प्रदेश में पहली बार प्राकृतिक हल्दी का उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार कोल हल्दी 90 रुपये प्रतिकिलो की दर से छूट जारी कर रही है, जिसे हिमाचली हल्दी के नाम से बढ़ावा दिया जाएगा।