हिमवंती मीडिया/शिमला
मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना की नियुक्तियों में आगामी बहस के बारे में एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने संबंधित अधिकारियों को आगामी अपील एजेंसी को ध्यान में रखते हुए नागरिक सुरक्षा के तहत स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण देने, बांध प्रबंधन प्राधिकरणों के साथ व्यापक समन्वय स्थापित करने और अरूद्ध शिक्षा के लिए व्यापक स्तर पर प्रशासन को बहाल करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी जिला प्रमुखों को अपने-अपने स्तर पर कार्य योजना बनाने तथा कार्यान्वित कार्य करने को कहा।
बैठक में भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बहस की प्रगति, पूर्व मौसम रुझान एवं चेतावनी प्रणाली पर मास्टर्स दी, जबकि केंद्रीय जल आयोग ने बाढ़ एवं चेतावनी तंत्र की जानकारी साझा की। गृह रक्षा, नागरिक सुरक्षा एवं शरणार्थी भंडार की जानकारी भी साझा की गई। बैठक में वर्चुअल माध्यम से सभी पुरातनपंथियों के वरिष्ठ अधिकारियों एवं अन्य वरिष्ठ उद्यमियों के अधिकारियों ने बहस को लेकर चर्चा की विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान प्राप्त सुझावों, विचारों, उद्योगों और आवश्यक दिशा-निर्देशों पर विस्तृत चर्चा की गई ताकि मौसम के दौरान होने वाली आपदाओं से प्रभावी ढंग से प्रभावित न हो सकें। इससे पूर्व, निदेशक एवं विशेष सचिव (राजस्व एवं आपदा आपदा) डीसी राणा ने प्रदेश में आगामी दक्षिण-पश्चिम दिशा-निर्देशों को लेकर अब तक दिए गए कदमों की विस्तृत जानकारी दी। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव के.के. पंत, विभिन्न इकाइयों के सचिवों, विभागाध्यक्षों और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, स्वास्थ्य, पुलिस, लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति, हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड, गृह रक्षा, आपदा प्रतिक्रिया बल और संबंधित इकाइयों के अधिकारियों ने भाग लिया।