हिमवंती मीडिया/लेखा साहिब (राजपुर)

सिरमौर जिले का चौथा ”सरकार गांव के द्वार” कार्यक्रम आज अलाकता साहिब विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत राजपुर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की उद्यमिता उद्योग, संसदीय मामला एवं श्रमसाध्य रोज़ मंत्री रजिस्ट्री चौहान ने की। कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र के विभिन्न परियोजनाओं से जुड़े लोगों ने कुल 75 आवेदन प्रस्तुत किए जिनमें 51 मिया और 24 कलाकारों शामिल हैं। सभी उद्यमों के उद्योग मंत्री द्वारा समाधान किया गया और मांगो से संबंधित विवरणों पर आगामी कार्रवाई की गई। उद्योग मंत्री ने क्षेत्रवासियों के समूह के आधार पर संबंधित विभाग के अधिकारियों को आदेश देते हुए कहा कि संबंधित अधिकारी स्वयं अपने ग्राहकों से संपर्क करें और जल्द से जल्द उनकी पहचान भी सुनिश्चित करें। इस दौरान मंत्री ‍रामायण चौहान ने कहा कि सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम को मुख्यमंत्री सुख अमीर सिंह सुक्खू का एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है, जो लोग अपने घर के द्वार के सामने अपनी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम बने हैं। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश सरकार का प्रयास है कि सरकार के प्रतिनिधि गांव-गांव के प्रतिनिधि आम जनता की राय लें और उनका समाधान भी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम के माध्यम से सरकार की खोजों को समझा जा सकता है कि प्रदेश सरकार सत्ता का सुख भोगने के लिए व्यवस्था परिवर्तन की दिशा में काम नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आपदा के समय दस हजार करोड़ की क्षति होने से प्रदेश को आर्थिक नुकसान हुआ है. इस दौरान प्रदेश सरकार ने आपदा प्रभावित लोगों की स्वतंत्र रूप से मदद की। इसके बाद केंद्र सरकार की ओर से प्रदेश को मिलने वाली राशि में भी कटौती की जा रही है, ताकि प्रदेश में विकास की गति धीमी हो जाए और मुख्यमंत्री सुख आशीष सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार की ओर से राष्ट्रीय प्रगति की राह पर रोक लगाई जा सके।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों की आर्थिक नीति बनाने के उद्देश्य से गाय का दूध 51 रुपये और भैंस का दूध 61 रुपये निधारित कर हिमाचल देश का पहला राज्य बनाया, जो दूध का सबसे अधिक न्यूनतम मूल्य दे रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अनाथ बच्चों को राज्य के बच्चों के रूप में अलग कर दिया और उनकी देखभाल का समर्थन राज्य सरकार उठा रही है। मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के तहत सरकार 5000 बच्चों को शिक्षा और शिक्षण प्रदान कर रही है। सरकार द्वारा गांव के कार्यक्रमों में अलग-अलग जगहों के प्रदर्शनों की जानकारी के अलावा अलग-अलग जगहों के मंदिरों का चित्रण किया गया। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई। राजस्व विभाग द्वारा इस अवसर पर 4 इंटेक किये गये, 7 प्रमाण पत्र बनाये गये तथा 2 कारखाने बनाये गये। कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एल.आर.वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अध्यक्ष समिति सीता रोल्टा, प्रधान मंत्री पावता साहिब कंचन सिंह चीमा, भारत श्यामला मोहिल निदेशक राज्य बैंक, निदेशक सहायक डीसी रिचाच्या स्वामी, प्रधान सचिव राणा अश्वनी शर्मा, हरप्रीत रत्न, अवनीत सिंह लांबा, शेर सिंह नेगी, प्रधान भामणी ठाकुर, प्रधान राजपुर अश्विनी शर्मा, प्रधान राजपुरोहित बबीता, प्रधान राजपुरोहित भंडारी शर्मा, प्रधान नगेटा रीना सहित विभिन्न जनजातियों के अधिकारी और शाही राज के प्रतिनिधि और स्थानीय लोग उपस्थित रहे।