हिमवंती मीडिया/शिमला 

मुख्यमंत्री ठाकुर सुख अमाडिख सिंह सुक्खू ने मठ सचिवालय का गठन मिशन मॉड पर करने के निर्देश दिए हैं। आज यहां उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कंपनियों के उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए प्रोन्नति दे रही है। ये समितियां गठित क्षेत्रों में युवाओं को रोजगार और पद के अवसर प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 910 ग्रामों में समूह सहयोगी समितियों में कर्मचारी हैं और विभाग को कार्यशील व्यक्तियों की संख्या बढ़ाने के लिए दृढ़ता से कार्य करना चाहिए। आश्रम जिले में प्रोटोटाइप ढागवार डेयरी प्लांट की समीक्षा करते हुए उन्होंने प्लांट के कार्यों की प्रगति की निगरानी के लिए एक समिति सोसाइटी बनाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 225 करोड़ रुपये की लागत से 1.50 लाख लीटर प्रतिदिन की क्षमता वाला यह थोक संयंत्र स्थापित कर रही है। उन्होंने कहा कि इस प्लांट का कार्य जून, 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है, जिससे डुप्लिकेट, ऊना, प्लांट और प्लांट के किसानों को लाभ मिलेगा।

ठाकुर सुख वकील सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए नामांकन से प्रयास कर रही है। हम गठित क्षेत्र से जुड़े किसान आय की कमी चाहते हैं, इसलिए राज्य सरकार ने गाय के दूध के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 51 रुपये प्रति लीटर और भैंस के दूध के लिए 61 रुपये प्रति लीटर की कटौती की है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के प्रयासों से पिछले तीन वर्षों में मिल्कफेड की दूध खरीद में 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ऊना जिले के झलेड़ा, समंदर जिले के झलाड़ी, सिरमौर जिले के नाहन, जिले के मोहाल, सोलन जिले के धनबाद और राज्य जिले के रोहडू में 120 करोड़ रुपये से अधिक की छह नई मिल्क प्लांट और मिल्क शीथॉन (चिलिंग) फैक्ट्री स्थापित करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि इससे किसानों को दूध इकट्ठा करने में भी सहायता मिलेगी और उनकी आर्थिकी भी मजबूत होगी। मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश कि वे पहाड़ी गाय के दूध से बने हिम-घी ब्रांड को मान्यता दें ताकि किसानों को कीमत मिल सके। उन्होंने कहा कि गौ सदनों की स्थापना के लिए चल रहे श्रमिकों की समीक्षा की भी समीक्षा की गई और इन कार्यों में तेजी से काम करने के निर्देश दिए गए। स्वास्थ्य एवं कल्याण परिवार मंत्री डॉ. (कर्नल) धनि राम शांडिल, चौधरी मंत्री चंद्र कुमार, प्रधान सचिव, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार राम सुभग सिंह, प्रधान सचिव वित्त देवेश कुमार, सचिव हितैषी रायश चौहान, निदेशक डाक्टर डाक्टर। संजीव स्लोमन, प्रशासक निदेशक मिल्कफेड विकास सूद और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहे।