हिमवंती मीडिया/पांवटा साहिब(माजरा)
हिल व्यू पब्लिक स्कूल, माजरा में आपदा जागरूकता दिवस के अवसर पर आपदा की स्थिति में निकासी अभ्यास (इवैक्युएशन ड्रिल) का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। यह अभ्यास 1905 के कांगड़ा भूकंप की 120वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में किया गया, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों को आपातकालीन परिस्थितियों में सतर्क रहने और शीघ्र एवं सुरक्षित बचाव के तरीके सिखाना था। कांगड़ा भूकंप, जो 4 अप्रैल 1905 को आया था, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा क्षेत्र में एक भयावह आपदा थी। 8.0 तीव्रता के इस भूकंप में 20,000 से अधिक लोगों की मृत्यु, 53,000 से अधिक पशुओं की हानि, और लगभग 1,00,000 भवनों का विनाश हुआ था। इस विनाशकारी घटना से सीख लेते हुए, हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (HPSDMA) द्वारा सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थानों में हर वर्ष इस दिन को आपदा जागरूकता दिवस के रूप में मनाने और निकासी अभ्यास आयोजित करने का निर्णय लिया गया।
पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार, आपातकालीन सायरन बजते ही सभी विद्यार्थियों ने सावधानीपूर्वक टेबल के नीचे जाकर अपने सिर की सुरक्षा की। इसके बाद, स्थिति सुरक्षित होने पर, वे खुले क्षेत्र की ओर बढ़े और निर्धारित सभा स्थल में एकत्र हुए। इस दौरान घायल विद्यार्थियों को कमरों से बाहर निकालने और उन्हें प्राथमिक चिकित्सा देने का भी अभ्यास करवाया गया। विद्यालय की उप प्रधानाचार्या रीता शर्मा और अध्यापिका नीतू सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में घबराने से बचना और स्थिति पर काबू पाकर संभावित नुकसान को रोकना है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों से अनुरोध किया कि वे भविष्य में भी ऐसे अभ्यासों को गंभीरता से लें और आपातकालीन स्थितियों के लिए तैयार रहें।विद्यालय की निर्देशिका पूनम गोयल और प्रधानाचार्या आशु शर्मा ने इस सफल आयोजन के लिए सभी शिक्षकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों का आभार व्यक्त किया तथा इस तरह के अभ्यासों को नियमित रूप से करने की आवश्यकता पर बल दिया, जिससे सभी आपात स्थितियों में सुरक्षित रह सकें।